शनिवार, 9 जुलाई 2016

और कैसे दुनिया बच गयी

आज के दिन का इतिहास:
इधर ज़ाकिर नायक इस्लाम को 2+2 = 4 और बाकी धर्मों को 2+2 ≠ 4 बता रहे थे, और इस बात पर अर्नब उस पर चिल्ला रहे थे; और कुछ लोग अर्नब पर इसलिए चिल्ला रहे थे क्यूंकि वो ज़ाकिर नायक पर चिल्ला रहे थे.
टोनी ब्लेयर अपने कर्मों के लिए माफ़ी मांग रहे थे, और अमेरिका के लोग अपने ही राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बयान पर सर खुजला रहे थे.
कुछ लोग सड़क पर एक जानवर के हत्यारे को फांसी देने के नारे लगा रहे थे, तो कहीं कुछ लोग बैठकर दुनिया को 6000 साल पुराना बता रहे थे.
इराक में इस्लामिक स्टेट वाले यज़ीदियों पर अत्याचार कर रहे थे, तो कहीं कुछ लोग बैठकर युद्धबंदियों से सम्बन्ध बनाने की परमीशन वाली किताब को पढ़ पढ़ कर सुना रहे थे.
इन सब की बीच दुनिया में सिर्फ बम और गोलियों की आवाज थी, उधर रोजर फेडरर भी विंबलडन से बाहर हो चुके थे. डर था कि दुनिया का अंत आज ही होने वाला है.
इस बीच एक फरिश्ता आया और उसने फेसबुक पर "घर बैठे 10000 रुपये महीने कमाएं" और "व्हाट्सऐप पर 100 एम बी मुफ्त डेटा पाएं" का सन्देश डाला। यकीन मानिए दुनिया उसके इस सन्देश की वजह से ही बच गयी.

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